Hindi Diwas: Amazing Facts about Hindi Language in Hindi – हिंदी भाषा के बारे में रोचक तथ्य
ग़ज़बहिन्दी के सभी पाठकों को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूँगा है। केवल आज ही नही अपनी मातृभाषा को सदा सम्मान दिजिए। हिंदी किसी पर न तो जबरदस्ती लादी जा रही है और न लादी जाएगी। लेकिन मन में इतना जरूर ठान लिजिए कि हिन्दी का विकास हमारा विकास होगा। आज ‘हिंदी दिवस‘ के मौके पर ग़ज़बहिंदी आपको “Interesting Facts about Hindi Language in Hindi” बताएंगे, जिनसे आप आज तक अनजान थे.
1. 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एक वोट से यह निर्णय लिया कि ‘हिंदी’ ही भारत की राजभाषा होगी।
2. भारत में सबसे अधिक भाषाएं बोली जाती हैं. यहां 10 या 15 भाषाएं नहीं बल्कि पूरी 461 भाषाएं बोली जाती है, पर इनमें से 14 विलुप्त हो गईं.
3. भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिन्दी है. देश के 77% लोग हिन्दी बोलते और समझते हैं.
4. हिंदी भाषा के बारे में एक अच्छी बात यह भी है कि आप किसी शब्द को बिल्कुल ऐसे ही लिखोगे जिस तरह उसे बोलते हो।
5. देश में हर पांच में से एक व्यक्ति Internet को हिन्दी में चलाना पसंद करता है।
6. हिन्दी भाषा को अनुच्छेद 343 के अंतर्गत देवनागरी लिपि में 1950 में राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया गया।
7. हिन्दी के बारे में एक रोचक तथ्य यह भी है कि हिन्दी मूलत: फारसी भाषा का शब्द है।
8. अंग्रेजी की रोमन लिपि में जहां कुल 26 वर्ण हैं, वहीं हिंदी वर्णमाला की देवनागरी लिपि में उससे दोगुने 52 वर्ण हैं।
9. हिंदी व्याकरण में कोई article नही है जैसे English में ‘the’ और ‘a’ होते है।
10. हिन्दी की पहली कविता प्रख्यात कवि ‘अमीर खुसरो’ ने लिखी थी।
11. 366,000,000 लोगों के लिए हिंदी ‘मातृभाषा’ है वहीं इस भाषा को कुल 487,000,000 लोग उपयोग करते हैं।
12. आपको यह जानकर भी हैरानी होगी कि हिन्दी भाषा के इतिहास पर पहले साहित्य की रचना “ग्रासिन द तैसी”, एक फ्रांसीसी लेखक ने की थी।
13. 1977 में विदेश मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पहली बार संयुक्त राष्ट्र की आम सभा को हिन्दी में संबोधित किया।
14. हिन्दी को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाले हिंदी अखबार ही है। उन्होंने अंग्रेजी, अरबी और फारसी भाषा के शब्दो को जान-बूझकर अखबारों में ठूंसकर उन्हें प्रचलन में ला दिया।
15. ‘नमस्ते‘ शब्द हिन्दी भाषा में सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला शब्द है।
16. Google ने कहा है कि, इंटरनेट पर हिन्दी कंटेंट की खपत अब बढ़ना शुरू हो गई है। यह साल-दर-साल English कंटेंट के 19 प्रतिशत ग्रोथ के मुकाबले 94 प्रतिशत बढ़ती जा रही है।
17. सन् 2000 में हिन्दी का पहला Webportal अस्तित्त्व में आया था तभी से इंटरनेट पर हिंदी ने अपनी छाप छोड़नी प्रारंभ कर दी जो अब रफ्तार पकड़ चुकी है।
18. हिंदी भारत की उन 7 भाषाओं में से एक भाषा है जिसका इस्तेमाल Web addresses (URLs) बनाने के लिए किया जाता है।
19. आज भी United States America के 45 विश्वविद्यालय सहित पूरे World के लगभग 176 विश्वविद्यालयों में हिन्दी की पढ़ाई जारी है।
20. आपके मन में हिन्दी भाषा के प्रति ये भावना तो जरूर होनी चाहिए कि हिन्दी एक मातृभाषा है मात्र एक भाषा नही.
हिंदी भाषा में बहुत से विदेशी शब्द भी घुस गए है जिनका हम हर रोज प्रयोग भी करते है मैं आपको ऐसी ही एक लिस्ट देने जा रहा हूँ:
पुर्तगाली शब्द– अचार, चाबी, संतरा, आलपिन, बाल्टी।
तुर्की शब्द- कैंची, चम्मच, तोप, बारूद, खंजर, चेचक, बेगम, उर्दू।
फ्रेंच शब्द- काजू, कारतूस, मेयर, कूपन, मीनू, सूप।
डंच भाषा- तुरूप, बम, चिड़िया।
यूनानी शब्द- एकेडमी, एटलस, बाइबिल, टेलिफोन।
अरबी शब्द- औरत, अदालत, कानून, कुर्सी, लिफाफा, इज्जत, इलाज, औलाद, हिम्मत, कब्जा, दुनिया, बहस, कमाल, तहसील, आजाद, तराजू, जिला, मुस्लमान, हलुआ, वकील।
फारसी शब्द- आदमी, तनख्वाह, चश्मा, बीमार, जमीन, दवा, खून, गुब्बारा।
अंग्रेजी शब्द- टाई, स्टेशन, माइक, डायट, ट्रांसपैरेंट, फ्रेंड, रिलेशनशिप, ब्यूटीफुल, क्यूट आदि शब्द हिंदी में बखूबी प्रयोग किए जा रहे हैं।
ये भी पढ़े: अंग्रेजी भाषा के बारे में 40+ ग़ज़ब रोचक तथ्य
आइए हिंदी दिवस पर हम प्रतिज्ञा करे कि हम इंटरनेट पर और दैनिक जीवन में भी हिंदी भाषा का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करेगें।
उम्मीद है आपको हमारी पोस्ट हिन्दी के बारे में रोचक तथ्य / Hindi Bhasha Ke Rochak Tathya 💡 पसंद आई होगी। आप चाहे तो इसे summarize करके Essay on Hindi Diwas / हिंदी दिवस पर निबंध भी लिख सकते है।
हिंदी न्यूज़ चैनल वाले भी अरबी और फारसी शब्दों का प्रचलन बढ़ा दिया हैं ।जबकि हिंदी भाषा में शब्दों की कोई कमी नहीं हैं। ये अनुचित हैं ।
bahut achhce…. kya Baat he…. Ab Hindi sahit sabhi bhashaon ki janani "Sanskrit" Bhasha ke Bare me bhi Bataye… Login this link: https://www.youtube.com/watch?v=zmpEa7cLo8c
बहुत ही सुंदर जानकारी महोदय यह गर्व की बात है आप hindi की पहचान बनाने की दिशा में प्रयासरत है और देखकर अच्छा लगता है जब hindi में इतना गुणवत्ता भरा content आप लोगो के लिए उपलब्ध करवा रहे है और कृपया Hindi site पर भी पधारे और हमे सुझाव दे कि हम और क्या बेहतर कर सकते है |
कमल जी धन्यवाद। आपकी साइट बहुत अच्छी है आप लोगो को सही तरीके से गाइड कर रहे है।
@14. हिन्दी को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाले हिंदी अखबार ही है। उन्होंने अंग्रेजी, अरबी और फारसी भाषा के शब्दो को जान-बूझकर अखबारों में ठूंसकर उन्हें प्रचलन में ला दिया।
अच्छा हो यदि आप भी हिंदी लेखों में अंग्रेजी का प्रयोग कम से कम करें. उदाहरण के लिए, “आपके बारे में” सेक्शन में, यानी, यह कुछ ऐसा हो सकता है:
“मेरा नाम अंकित बांगड़ है (शायद Banger का उच्चारण ठीक है?). सच कहूं तो अभी लिखने को कुछ खास नही हैं मेरे बारे में… यही कारण हैं कि वेबसाइट पर About us पेज नही हैं. Gazabhindi.com पूरे इन्टरनेट पर एकमात्र ऐसी वेबसाइट हैं जो लगातार हिंदी भाषा में रोचक तथ्य प्रदान (या पेश) कर रही हैं. और आगे भी करती रहेगी. बल्कि इसके साथ हम आने वाले समय में घरेलू उपचार(Home remedies), जीवन-मंत्र(Life hacks, और हिंदी उद्धरण(quotes) भी शेयर(Share के बजाये ‘शेयर’ उतम है) करेंगें. “←GazabHindi→” को The best Hindi Blog(सबसे उत्कृष्ट) बनाने के लिए बस आप लोग अपना साथ बनाए रखे और हमें सपोर्ट करते रहें. और इस वेबसाइट के बारे में अपने दोस्तो को बताना न भूलें. मेरा मतलब हैं जितनी हो सके इसकी जुबानी चर्चा(can remove “Mouth Publicity”) करें. ताकि आपके साथ-साथ दूसरे लोग भी रोचक तथ्य पढ़ सके।”
अंग्रेजी शब्दों के बिना और भी उत्कृष्ट और बेहतर हो सकता था 🙂
मुझे अंग्रेजी से कोई शिकायत नहीं है. लेकिन किसी हिंदी वेबसाइट पर अंग्रेजी शब्दों का अधिक इस्तेमाल यह बता सकता है कि हिंदी इतनी परिपूर्ण नहीं है कि आपको अपने विचार व्यक्त करने के लिए अंग्रेजी का सहारा लेना पड़ता है. आप समझ रहे हैं न कि मेरा इशारा किस तरफ है?
मेरा भी एक छोटा सा प्रयास है. http://fundabook.com मैं कोशिश करता हूँ कि इसमें हिंदी से इतर भाषा का प्रयोग कम से कम हो. खास कर मुख्य लेख में तब तक अंग्रेजी का प्रयोग नहीं करता जब तक यह “बहुत जरूरी” न हो. सर्च इंजन के लिहाज से पोस्ट का लिंक अंग्रेजी में रखना जरूरी है सो अलग बात है.
केवळ हिंदी और फ्रेंच भाषा हि ऐसी दुनिया मै भाषांए है जिनमे नपुंसक लिंग के लिये कोई संबोधन नहि है !!
हिंदी न्यूज़ चैनल वाले भी अरबी और फारसी शब्दों का प्रचलन बढ़ा दिया हैं ।। हिंदी न्यूज़ चैनल वाले भी अरबी और फारसी शब्दों का प्रचलन बढ़ा दिया हैं ।जबकि हिंदी भाषा में शब्दों की कोई कमी नहीं हैंबहुत ही सुंदर जानकारी महोदय यह गर्व की बात है आप hindi की पहचान बनाने की दिशा में प्रयासरत है और देखकर अच्छा लगता है जब hindi में इतना गुणवत्ता भरा content आप लोगो के लिए उपलब्ध करवा रहे है
DUNIYA ME HINDI BHASHA SABHI BHASAO KI JANNI H MUJHE BHARTIYA HONE PAR GARV H